
आज के समय में Fixed Deposit-FD एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है। लेकिन जब निवेशक के सामने विकल्प आता है – पोस्ट ऑफिस FD या स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) FD – तो फैसला करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। दोनों योजनाएं अपनी जगह पर मजबूत हैं, लेकिन ब्याज दरों, सुरक्षा, टैक्स लाभ और सुविधाओं के आधार पर फर्क साफ नजर आता है।
पोस्ट ऑफिस FD एक सरकारी गारंटी के साथ आती है, जबकि SBI एक बड़े और भरोसेमंद बैंक के रूप में लंबी अवधि से निवेशकों का विश्वास जीतता आया है। दोनों के अपने फायदे हैं, लेकिन इस लेख में हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि कौन-सी योजना आज के निवेशक के लिए ज्यादा फायदेमंद है।
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ब्याज दरों की तुलना में कौन आगे?
मई 2025 के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पोस्ट ऑफिस FD की ब्याज दरें SBI FD से कुछ मामलों में अधिक हैं। उदाहरण के लिए, जहां पोस्ट ऑफिस 5 वर्षीय FD पर 7.5% ब्याज दे रहा है, वहीं SBI उसी अवधि के लिए सामान्य नागरिकों को केवल 6.5% और वरिष्ठ नागरिकों को 7.5% देता है।
तीन साल की अवधि की बात करें तो पोस्ट ऑफिस FD 7.10% की दर देती है, जबकि SBI की दर केवल 6.75% है। हालांकि, SBI ने विशेष योजनाएं जैसे “अमृत वृष्टि” 444 दिन की FD के लिए 7.25% (सामान्य) और 7.75% (वरिष्ठ नागरिक) की दरें शुरू की हैं, जो इसे कुछ खास मामलों में पोस्ट ऑफिस से आगे रखती हैं।
टैक्स लाभ और सुरक्षा
पोस्ट ऑफिस की FD योजनाएं भारत सरकार द्वारा समर्थित होती हैं, जिससे इनमें पूंजी की पूर्ण सुरक्षा होती है। खासतौर पर पांच वर्षीय FD योजना आयकर की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की छूट भी देती है, जो टैक्सपेयर्स के लिए लाभकारी है।
SBI भी अपनी टैक्स सेविंग FD पर यही छूट प्रदान करता है, लेकिन पोस्ट ऑफिस की योजनाओं में सरकारी गारंटी के चलते अतिरिक्त सुरक्षा का लाभ रहता है।
दोनों ही योजनाएं TDS के अंतर्गत आती हैं, लेकिन यदि निवेशक 15G/15H फॉर्म समय पर जमा करते हैं तो TDS से राहत मिल सकती है।
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निवेश सुविधा और लचीलापन
जहां SBI FD में निवेश करने के लिए ऑनलाइन नेट बैंकिंग, मोबाइल ऐप, ब्रांच विजिट और ऑटो-रिन्यू की सुविधा मिलती है, वहीं पोस्ट ऑफिस FD अपेक्षाकृत पारंपरिक है और अधिकांश कार्य ब्रांच पर ही होते हैं।
हालांकि, पोस्ट ऑफिस में न्यूनतम ₹200 से FD शुरू की जा सकती है, जो इसे छोटे निवेशकों के लिए सुलभ बनाता है। SBI में न्यूनतम राशि ₹1000 से शुरू होती है।
वरिष्ठ नागरिकों को SBI FD में अतिरिक्त 0.50% ब्याज मिलता है, जबकि पोस्ट ऑफिस में सभी के लिए समान ब्याज दर रहती है।
कब और किसे कौन-सी FD चुननी चाहिए?
यदि आप पूरी तरह से सुरक्षित, टैक्स सेविंग और सरकारी गारंटी वाली योजना चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस FD आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकती है। यह उन निवेशकों के लिए आदर्श है जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं या जो बैंकिंग तकनीकी सेवाओं से बहुत परिचित नहीं हैं।
वहीं, यदि आपको लचीलापन चाहिए, FD के खिलाफ लोन सुविधा, या आप नियमित रूप से नेट बैंकिंग इस्तेमाल करते हैं, तो SBI FD ज्यादा व्यावहारिक विकल्प है। साथ ही अगर आप वरिष्ठ नागरिक हैं तो SBI FD की अतिरिक्त ब्याज दर भी आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है।
(FAQs)
1. पोस्ट ऑफिस FD और SBI FD में कौन ज्यादा सुरक्षित है?
दोनों ही विकल्प सुरक्षित हैं, लेकिन पोस्ट ऑफिस FD भारत सरकार द्वारा पूर्ण रूप से गारंटीकृत होती है, जबकि SBI FD बैंकिंग नियमों के तहत DICGC द्वारा ₹5 लाख तक बीमा कवरेज देती है।
2. क्या पोस्ट ऑफिस FD में ऑनलाइन निवेश संभव है?
अभी तक पोस्ट ऑफिस FD में ऑनलाइन निवेश की सुविधा सीमित है। कुछ सेवाओं के लिए इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) ऐप का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन अधिकांश मामलों में ब्रांच विजिट अनिवार्य होता है।
3. क्या SBI FD में समय से पहले निकासी संभव है?
हां, SBI FD में समय से पहले निकासी की सुविधा उपलब्ध है, हालांकि कुछ मामलों में ब्याज दर में कटौती की जाती है। यह शर्तें जमा राशि और अवधि पर निर्भर करती हैं।
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