
जातीय जनगणना-Caste Census को लेकर केंद्र सरकार ने हाल ही में अहम फैसला लिया है। कैबिनेट मीटिंग में सरकार ने जातीय जनगणना को मंजूरी दे दी है, जिससे अब अगली जनगणना में देश की सभी जातियों की जानकारी एकत्र की जाएगी। इस फैसले के बाद जाति प्रमाण पत्र-Caste Certificate की आवश्यकता और भी बढ़ गई है, खासकर सरकारी योजनाओं, नौकरियों और आगामी जनगणना प्रक्रिया में। अच्छी बात यह है कि अब इस दस्तावेज को बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। डिजिटल इंडिया पहल के तहत इसे अब घर बैठे ऑनलाइन बनवाया जा सकता है।
यह भी देखें: बिजली मीटर पर चुंबक लगाकर नहीं आता ज्यादा बिल? तो पहले जान लो ये सच, वरना पछताएंगे!
जातीय जनगणना पर केंद्र सरकार की मुहर के बाद जाति प्रमाण पत्र की उपयोगिता और मांग में निश्चित रूप से इज़ाफा होगा। ऐसे में यह जरूरी है कि लोग समय रहते अपना प्रमाण पत्र बनवा लें ताकि भविष्य में किसी सरकारी योजना, नौकरी या जनगणना प्रक्रिया में उन्हें कोई बाधा न हो। इसके लिए अब किसी सरकारी दफ्तर के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है, बल्कि एक क्लिक पर घर बैठे यह सुविधा उपलब्ध है।
जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता क्यों है?
अब तक जाति प्रमाण पत्र मुख्य रूप से सरकारी नौकरियों, आरक्षण आधारित स्कॉलरशिप्स, शिक्षा संस्थानों में प्रवेश और आर्थिक सहायता योजनाओं के लिए आवश्यक होता था। लेकिन केंद्र सरकार के जातीय जनगणना से जुड़े निर्णय के बाद यह संभावना बढ़ गई है कि भविष्य में जातीय आंकड़े एकत्र करने की प्रक्रिया में भी यह प्रमाण पत्र जरूरी हो सकता है।
कैसे बनवाएं जाति प्रमाण पत्र ऑनलाइन?
आप अपने राज्य की आधिकारिक ई-डिस्ट्रिक्ट वेबसाइट के माध्यम से जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर:
- उत्तर प्रदेश के लिए: edistrict.up.gov.in
- बिहार के लिए: serviceonline.bihar.gov.in
- दिल्ली के लिए: edistrict.delhigovt.nic.in
यदि आपको अपने राज्य की वेबसाइट का पता नहीं है, तो नेशनल गवर्मेंट सर्विस पोर्टल पर जाकर ‘Caste’ टाइप करके सर्च करें। इससे संबंधित राज्य की वेबसाइट का लिंक मिल जाएगा, जहां से आप आवेदन कर सकते हैं।
यह भी देखें: पेंशनर्स को मिल सकता है 55% DA! लेकिन कब? देखें
ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया
ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना आवश्यक है। अगर आप पहली बार जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो ‘New User Registration’ पर क्लिक करें। इसके बाद आपको निम्न जानकारी भरनी होगी:
- नाम
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- पता
- आधार नंबर
OTP वेरिफिकेशन के बाद, आपको एक यूजर आईडी और पासवर्ड मिल जाएगा, जिससे आप लॉग-इन करके जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन फॉर्म भर सकते हैं। फॉर्म भरने के बाद आपको कुछ दस्तावेज अपलोड करने होंगे, जैसे कि:
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- परिवार रजिस्टर या राशन कार्ड
- पहले से मौजूद जाति प्रमाण पत्र (यदि हो)
यह भी देखें: फिर से बढ़े CNG दाम, कितनी महंगी हुई गैस देखें नए रेट्स
दस्तावेज वेरिफिकेशन और सर्टिफिकेट जनरेशन
आवेदन करने के बाद संबंधित विभाग दस्तावेजों की जांच करता है। जांच पूरी होने के बाद कुछ कार्य दिवसों में जाति प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता है, जिसे आप पोर्टल से डाउनलोड कर सकते हैं या आपके पते पर भेजा जा सकता है, यह सुविधा राज्य के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है।
डिजिटल इंडिया की दिशा में एक कदम
जातीय जनगणना और जाति प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को ऑनलाइन बनाना सरकार की डिजिटल इंडिया-Digital India मुहिम को मजबूती देता है। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि आम जनता को सुविधाजनक सेवाएं भी मिलेंगी। खासकर ग्रामीण और दूर-दराज़ इलाकों में रहने वाले लोग अब अपने मोबाइल या कंप्यूटर से आसानी से यह जरूरी दस्तावेज बनवा सकते हैं।