
हाल ही में सरकार ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि बाजार में ₹500 के नकली नोट-Fake Currency सक्रिय रूप से फैलाए जा रहे हैं, जिन्हें असली से अलग कर पाना बेहद मुश्किल हो गया है। गृह मंत्रालय की इस चेतावनी के बाद CBI, SEBI और NIA जैसी प्रमुख संस्थाओं को सतर्क किया गया है। ऐसे में आम नागरिकों के लिए यह जानना जरूरी है कि वो कैसे अपने स्मार्टफोन-Smartphone का इस्तेमाल करके इन नकली नोटों को पहचान सकते हैं।
आज के डिजिटल युग में टेक्नोलॉजी की मदद से नकली और असली नोट के बीच अंतर समझना पहले की तुलना में आसान हो गया है। इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि कैसे आप अपने फोन में कुछ ऐप्स और फीचर्स का इस्तेमाल कर ₹500 के नकली नोटों को पहचान सकते हैं, और खुद को धोखाधड़ी से बचा सकते हैं।
RBI का MANI ऐप: नोट पहचानने का सबसे आसान तरीका
भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने खासतौर पर दृष्टिबाधित लोगों के लिए एक मोबाइल ऐप विकसित किया है जिसका नाम है MANI (Mobile Aided Note Identifier)। यह ऐप प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर दोनों पर मुफ्त में उपलब्ध है। इसकी मदद से किसी भी नोट को कैमरे के सामने लाने पर यह ऐप बताएगा कि वह नोट असली है या नकली।
इस ऐप की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह इंटरनेट के बिना भी काम करता है और अगर नोट फटा हुआ या थोड़ा गंदा भी है तो भी यह उसकी पहचान कर सकता है। यूज़र को सिर्फ ऐप इंस्टॉल करके कैमरा ऑन करना होता है और नोट को स्कैन करना होता है। फिर ऐप तुरंत वॉयस या टेक्स्ट के जरिए रिजल्ट देता है।
सिक्योरिटी फीचर्स की जांच करें कैमरे से
₹500 के असली नोट में कई ऐसे Security Features होते हैं जिन्हें आप साधारण नजर से तो नहीं लेकिन स्मार्टफोन कैमरे से आसानी से देख सकते हैं। जैसे कि नोट को हल्का झुकाने पर उस पर बना सिक्योरिटी थ्रेड रंग बदलता है और इसमें ‘भारत’, ‘RBI’ और ‘500’ जैसे शब्द भी नजर आते हैं।
साथ ही वाटरमार्क जैसे फीचर, जो महात्मा गांधी की छवि और डेनोमिनेशन के आंकड़े को दर्शाते हैं, स्मार्टफोन कैमरे की मदद से साफ दिखाई देते हैं। अगर नोट में ये सभी संकेत मौजूद हैं तो नोट असली है, अन्यथा उसमें गड़बड़ी की संभावना है।
फोन की फ्लैश से करें UV टेस्ट
कुछ नोटों में ऐसे इंक का इस्तेमाल किया जाता है जो केवल UV Light में दिखाई देती है। अगर आपके फोन की टॉर्च बहुत तेज है तो आप उसमें नीली या पर्पल रंग की पारदर्शी प्लास्टिक लगाकर उसे एक अस्थायी UV लाइट की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
ऐसे में नोट के सीरियल नंबर, थ्रेड और कुछ चिन्ह UV लाइट में नीले या हरे रंग में चमकने लगते हैं। हालांकि यह तरीका असली UV लाइट जितना प्रभावशाली नहीं होता, इसलिए आप चाहें तो बाज़ार से सस्ती UV लाइट खरीद सकते हैं, जिससे जांच और भी बेहतर हो सकती है।
कैमरा जूम से माइक्रो-लेटरिंग की पहचान करें
भारतीय करेंसी पर कुछ माइक्रो लेटरिंग होती है जिसे सामान्य आँखों से देखना मुश्किल होता है। परंतु यदि आप अपने फोन के कैमरा को ज़ूम मोड में रखते हैं, तो आप यह बारीकी से देख सकते हैं।
₹500 के नोट में ‘भारत’, ‘RBI’, और ‘500’ जैसे शब्द बहुत छोटे आकार में छपे होते हैं, खासकर महात्मा गांधी की तस्वीर के पास और संख्या के नीचे। नकली नोटों में यह बारीक लेटरिंग या तो होती नहीं या फिर बेहद धुंधली होती है। यदि ज़ूम करने पर ये शब्द स्पष्ट दिखाई दें तो समझिए कि नोट असली है।