
अगर आप रिटायरमेंट के बाद भी एक स्थिर और सुरक्षित इनकम की तलाश कर रहे हैं, तो National Pension Scheme (NPS) आपके लिए आदर्श समाधान हो सकता है। खासतौर पर यदि आप State Bank of India (SBI) के माध्यम से NPS योजना में निवेश करते हैं, तो आपको भरोसेमंद सेवाएं, आकर्षक कर लाभ और रिटायरमेंट के बाद नियमित पेंशन जैसी सुविधाएं मिलती हैं। आज के समय में जब फाइनेंशियल प्लानिंग पहले से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है, तब SBI NPS योजना सुरक्षित भविष्य के लिए एक मजबूत विकल्प बनकर उभर रही है।
SBI NPS योजना के तहत मिलने वाली सुविधाएं
SBI NPS योजना निवेशकों को दो प्रकार के खाते खोलने की सुविधा देती है: Tier I और Tier II। जहां Tier I खाता अनिवार्य होता है और इसमें निवेश पर टैक्स बेनिफिट्स मिलते हैं, वहीं Tier II खाता स्वैच्छिक होता है और इसे बचत खाते के समान उपयोग किया जा सकता है। SBI NPS योजना में न्यूनतम ₹500 से निवेश शुरू किया जा सकता है, जबकि वार्षिक न्यूनतम योगदान ₹1,000 निर्धारित है। इस योजना का एक बड़ा फायदा इसका कम फंड मैनेजमेंट शुल्क है, जो 0.03% से 0.09% के बीच रहता है, जिससे आपके रिटर्न पर सकारात्मक असर पड़ता है।
SBI NPS योजना में निवेशकों को फंड मैनेजर और एसेट एलोकेशन चुनने की आजादी दी जाती है। साल में एक बार फंड मैनेजर और चार बार एसेट एलोकेशन बदला जा सकता है। यह योजना पूरी तरह पोर्टेबल है और नौकरी या स्थान बदलने पर भी इसे आसानी से जारी रखा जा सकता है। निवेशक अपने NPS खाते को SBI की वेबसाइट या मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए 24×7 एक्सेस कर सकते हैं, जो निवेश प्रक्रिया को बेहद सरल और सुविधाजनक बनाता है।
कर लाभ और निकासी के नियम
SBI NPS योजना में निवेश करने का सबसे बड़ा आकर्षण कर लाभ है। धारा 80CCD(1) के तहत आप अपने वेतन का 10% या स्व-नियोजित व्यक्ति के रूप में अपनी सकल आय का 20% तक निवेश कर सकते हैं, जो कुल ₹1.5 लाख की सीमा में शामिल होता है। इसके अलावा, धारा 80CCD(1B) के तहत ₹50,000 अतिरिक्त कर छूट भी मिलती है। नियोक्ता के योगदान पर धारा 80CCD(2) के तहत 10% तक अतिरिक्त कर लाभ लिया जा सकता है, जो कुल ₹7.5 लाख की सीमा में शामिल होता है।
निकासी के नियम भी निवेशकों के हित में काफी लचीले हैं। 60 वर्ष की आयु पूरी करने पर कुल कॉर्पस का 60% तक एकमुश्त निकाला जा सकता है, जो पूरी तरह से टैक्स फ्री होता है। शेष 40% को वार्षिकी (Annuity) योजना में निवेश करना अनिवार्य है, जिससे रिटायरमेंट के बाद नियमित इनकम सुनिश्चित होती है। यदि निवेशक 60 वर्ष से पहले निकासी करना चाहते हैं और उनका कुल कॉर्पस ₹5 लाख से कम है, तो वे पूरी राशि एकमुश्त निकाल सकते हैं।
SBI NPS योजना में निवेश की प्रक्रिया
SBI NPS योजना में निवेश करने के लिए निवेशक दो आसान विकल्पों में से चुन सकते हैं — ऑनलाइन और ऑफलाइन। ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत, निवेशक SBI की आधिकारिक वेबसाइट या YONO एप्लिकेशन के जरिए पंजीकरण कर सकते हैं, आवश्यक विवरण भर सकते हैं और न्यूनतम योगदान कर सकते हैं। ऑफलाइन प्रक्रिया के अंतर्गत, नजदीकी SBI शाखा में जाकर आवेदन फॉर्म भरना होता है और KYC दस्तावेजों के साथ जमा करना होता है। दोनों ही प्रक्रियाओं में निवेशक को स्थायी रिटायरमेंट खाता संख्या (PRAN) जारी की जाती है, जो उनके NPS खाते की पहचान होती है।
यह भी देखें: पोस्ट ऑफिस RD पर मिलेगा लोन भी! जानिए कैसे