बिजली मीटर पर चुंबक लगाकर नहीं आता ज्यादा बिल? तो पहले जान लो ये सच, वरना पछताएंगे!

क्या आपने भी सुना है कि मीटर के पास चुंबक रखने से बिजली का बिल कम हो जाता है? सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस जुगाड़ के पीछे की हकीकत जानकर आप हैरान रह जाएंगे! जानें क्या ये तरीका सच में काम करता है या सिर्फ एक खतरनाक झांसा है, जिससे आपकी जेब ही नहीं, जान भी खतरे में पड़ सकती है

By Pankaj Singh
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बिजली मीटर पर चुंबक लगाकर नहीं आता ज्यादा बिल? तो पहले जान लो ये सच, वरना पछताएंगे!
बिजली मीटर पर चुंबक लगाकर नहीं आता ज्यादा बिल? तो पहले जान लो ये सच, वरना पछताएंगे!

बिजली का बिल कम करने के लिए कई लोग अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। कुछ लोग स्मार्ट होम डिवाइस और Energy Efficient Appliances जैसे कि इन्वर्टर एसी, एलईडी बल्ब या Renewable Energy स्रोतों का उपयोग करके बिजली की बचत करते हैं, तो कुछ लोग शॉर्टकट और गैर कानूनी तरीके अपनाते हैं। इनमें से सबसे आम मिथक है – बिजली मीटर के पास चुंबक लगाने से बिल कम हो जाना। हालांकि यह न केवल अवैज्ञानिक है, बल्कि कानूनन अपराध भी है। आइए जानें कि ये जुगाड़ कितने सच हैं और इसके पीछे का विज्ञान व कानून क्या कहता है।

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बिजली बिल कम करने के लिए शॉर्टकट या गैर कानूनी जुगाड़ की बजाय, तकनीक और नवाचार का सहारा लेना ज़्यादा बेहतर है। Electricity Theft न केवल एक अपराध है, बल्कि यह आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए भी खतरा है। स्मार्ट उपभोक्ता वही है जो सस्टेनेबल और लॉ फॉलोिंग तरीके से ऊर्जा की बचत करे।

चुंबक से बिजली मीटर रोकने की कोशिश – एक मिथक

बिजली चोरी करने के सबसे आम जुगाड़ों में से एक है कि मीटर के पास एक तेज चुंबक (मैग्नेट) रख दिया जाए जिससे मीटर स्लो हो जाए। यह तरीका पुराने एनालॉग मीटरों पर कुछ हद तक प्रभावी था, लेकिन आज के डिजिटल मीटरों पर इसका कोई असर नहीं होता।

डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक मीटर एक्यूरेट डिवाइसेज़ होते हैं जो Electromagnetic Field की सहायता से काम करते हैं। चुंबक से उत्पन्न होने वाला मैग्नेटिक फील्ड इसका कोई असर नहीं डाल पाता। साथ ही, इन मीटरों में एंटी-टेम्पर तकनीक होती है, जिससे किसी भी छेड़छाड़ का तुरंत पता चल सकता है।

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बिजली मीटर से छेड़छाड़ है एक गंभीर अपराध

अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर बिजली मीटर से छेड़छाड़ करता है या ऐसा कोई उपकरण लगाता है जिससे बिजली की खपत कम दिखाई दे, तो यह बिजली चोरी की श्रेणी में आता है। भारत में यह एक कानूनी अपराध है, जिसकी सजा काफी कड़ी हो सकती है।

बिजली कंपनियों के पास ऐसे उपकरण होते हैं जिनसे वे मीटर की छेड़छाड़ तुरंत पकड़ सकते हैं। अगर किसी पर बिजली चोरी का आरोप सिद्ध हो जाता है, तो उसे 6 महीने से लेकर 5 साल तक की जेल और भारी जुर्माना भी हो सकता है। कई मामलों में दोनों सज़ाएं एक साथ भी दी जा सकती हैं।

चुंबक लगाने या अन्य जुगाड़ से हो सकते हैं गंभीर खतरे

बिजली मीटर के साथ छेड़छाड़ केवल कानूनन नहीं, बल्कि तकनीकी दृष्टि से भी खतरनाक साबित हो सकती है।

यदि आप हाई पावर चुंबक या किसी अन्य उपकरण का उपयोग करते हैं, तो इससे घर की बिजली सप्लाई अस्थिर हो सकती है। इससे शॉर्ट सर्किट, आग लगने या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ के खराब होने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। इसके अलावा, तेज चुंबक आपके स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है – खासकर अगर आपने पेसमेकर या कोई संवेदनशील उपकरण पहन रखा है।

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बिजली की बचत के वैध और स्मार्ट तरीके

बिजली की खपत कम करने के लिए कुछ वैध और स्मार्ट विकल्प मौजूद हैं। उदाहरण के लिए:

  • LED बल्ब और स्टार रेटेड उपकरण का प्रयोग करें।
  • रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy जैसे सोलर पैनल का उपयोग करें।
  • Smart Meters और Energy Monitoring Systems से बिजली की खपत पर नज़र रखें।
  • Daylight का अधिकतम उपयोग करें और बिना जरूरत लाइट्स व उपकरण बंद रखें।

इन तरीकों से आप न केवल अपना बिजली बिल कम कर सकते हैं बल्कि पर्यावरण के लिए भी अच्छा कर सकते हैं।

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Pankaj Singh

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