दुनिया की ‘जिद्दी इमारतें’! कोई मॉल के अंदर तो कोई बीच सड़क पर – सरकार भी नहीं कर सकी ढहाने

नेल हाउस-Nail House वे मकान हैं जिन्हें उनके मालिकों ने किसी भी परिस्थिति में बेचने या तोड़ने से मना कर दिया। ये घर बड़े प्रोजेक्ट्स के बीच अटके रह जाते हैं और इंसानी जिद का प्रतीक बन जाते हैं। अमेरिका, चीन से लेकर हंगरी तक ऐसे कई घरों की कहानियां हैं जो भावनाओं, आत्मसम्मान और अडिगता की मिसाल पेश करते हैं।

By Pankaj Singh
Published on
दुनिया की 'जिद्दी इमारतें'! कोई मॉल के अंदर तो कोई बीच सड़क पर – सरकार भी नहीं कर सकी ढहाने
दुनिया की ‘जिद्दी इमारतें’

जो भी व्यक्ति अपना घर बनाता है, वह उसमें सिर्फ ईंट-पत्थर ही नहीं, बल्कि अपने जज्बात भी जोड़ता है। ऐसे में जब उस घर को तोड़ने या बेचने की नौबत आती है, तो यह किसी इमोशनल तूफान से कम नहीं होता। यही वजह है कि कुछ लोग अपने आशियाने को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ते, चाहे उसके चारों ओर गगनचुंबी इमारतें बन जाएं या हाईवे निकल जाए। ऐसे ही ज़िद्दी मकानों को नेल हाउस-Nail House कहा जाता है। ये वो घर हैं जो बड़े-बड़े निर्माण कार्यों के बीच भी अडिग खड़े रहते हैं, अपने मालिक की जिद और आत्मसम्मान का प्रतीक बनकर।

ट्रंप हाउस: जब डॉलर भी न झुका पाए दिल की जिद

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब न्यूयॉर्क में ट्रंप टावर बनाया, तो उनके सामने एक छोटा-सा घर आ खड़ा हुआ। उन्होंने उस घर को खरीदने के लिए करोड़ों डॉलर की पेशकश की, लेकिन घर का मालिक अपने फैसले पर अडिग रहा। ट्रंप जैसे ताकतवर उद्योगपति की कोशिशें भी बेकार गईं और वह घर ट्रंप टावर के साए में आज भी खड़ा है – जैसे किसी आम आदमी की जीत का प्रतीक।

हाईवे के बीच खड़ा मकान

गुआंगडॉन्ग, चीन में एक हाईवे के बीचोंबीच खड़ा है एक अकेला मकान। इस मकान के मालिक ने निर्माण कंपनियों को जमीन बेचने से साफ इनकार कर दिया। नतीजा ये हुआ कि हाईवे की रूपरेखा बदलनी पड़ी और सड़क उस मकान को चीरती हुई गुजरने लगी। इस मकान ने साबित किया कि जब इंसान का इरादा पक्का हो, तो बड़े से बड़ा प्रोजेक्ट भी रुक सकता है।

मॉल के बीच अकेला घर

सिएटल, अमेरिका में एक घर ऐसा भी है जो तीन ओर से एक विशाल मॉल से घिरा हुआ है। एडिथ मेसफील्ड नाम की बुजुर्ग महिला ने जब मॉल के निर्माण के लिए जमीन बेचने से इनकार कर दिया, तो उनके घर को छोड़कर पूरा मॉल बन गया। वह घर आज एक प्रतीक बन चुका है कि इंसान की जिद किस हद तक निर्माण के नक्शों को बदल सकती है।

सैंडविच बना घर

न्यूयॉर्क में मैरी कुक का घर दोनों ओर से विशाल इमारतों से घिरा हुआ है। जब उन्होंने अपना घर तोड़ने से इनकार किया, तो उनके पड़ोस के सारे घरों को गिरा दिया गया और उनके आस-पास की जगह पर गगनचुंबी इमारतें खड़ी हो गईं। अब उनका छोटा सा घर इन ऊंची इमारतों के बीच सैंडविच की तरह दिखता है – जैसे बच्चों की कहानी की किताब का कोई चित्र सजीव हो उठा हो।

झोपड़ी बनाम सड़क

चीन की एक और कहानी में एक साधारण झोपड़ी एक सरकारी सड़क निर्माण योजना में बाधा बन गई। सरकार ने हर कोशिश की, कोर्ट भी गई, मुआवज़ा और पक्के घर का ऑफर भी दिया, लेकिन झोपड़ी के मालिक ने झुकने से इनकार कर दिया। मजबूरी में सरकार को सड़क उसके चारों ओर से बनानी पड़ी।

फाइव स्टोरी हाउस

चीन में ही एक और मामला सामने आया जहां एक पांच मंजिला मकान हाईवे के दोनों तरफ खड़ा है। मालिक ने सरकार के तमाम दबावों के बावजूद जमीन नहीं बेची। नतीजा ये हुआ कि सड़क को इस घर के चारों ओर मोड़ना पड़ा और यह इमारत आज भी अपनी जगह पर कायम है – एक चुपचाप विरोध का जीवित प्रतीक।

फ्लाईओवर के नीचे घर

हंगरी में एक घर का मालिक भी कुछ ऐसा ही उदाहरण बन गया जब उसने फ्लाईओवर निर्माण के लिए अपनी जमीन बेचने से इनकार कर दिया। आखिरकार सरकार ने फ्लाईओवर को उसके घर के ऊपर से बनाना पड़ा। यह दृश्य देखकर कोई भी सोच में पड़ जाए कि इंसान की जिद किसी भी ढांचे को झुका सकती है।

Author
Pankaj Singh

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें